वाह री किस्मत, जिंदा इंसानों से ज्यादा तूने बुत ही सजा दिए हैं। वाह री किस्मत, जिंदा इंसानों से ज्यादा तूने बुत ही सजा दिए हैं।
एक लघुकथा। एक लघुकथा।
गुमसुम बैठा था वो सड़क के उस पार, जितनी तेज़ी से शाम ढल रही थी, उतनी ही तेज़ी से उसके चेहरे से उम्मी... गुमसुम बैठा था वो सड़क के उस पार, जितनी तेज़ी से शाम ढल रही थी, उतनी ही तेज़ी से...
बिरजू यादव रामपुर गांव का एक छोटा सा किसान है। खेती बाड़ी में में नुकसान होने की वजह से वह पंजाब चला... बिरजू यादव रामपुर गांव का एक छोटा सा किसान है। खेती बाड़ी में में नुकसान होने की...
मानव का अंहकार टूट चूका था | चीकू अपने दोस्तों के बीच हीरो बन चूका था | सब बच्चे खुश थे, साबू, चाच... मानव का अंहकार टूट चूका था | चीकू अपने दोस्तों के बीच हीरो बन चूका था | सब बच्...
बाजार में एक नई तरह की पाजेब चली है। पैरों में पड़कर वे बड़ी अच्छी मालूम होती हैं। उनकी कड़ियां आपस ... बाजार में एक नई तरह की पाजेब चली है। पैरों में पड़कर वे बड़ी अच्छी मालूम होती है...